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Sufinama
Naza'n Sholapuri's Photo'

नाज़ाँ शोलापुरी

सोलापुर, भारत

नाज़ाँ शोलापुरी के अशआर

वो छुप गए तो आँख से तारे निकल पड़े

दिल गुम हुआ तो अश्क हमारे निकल पड़े

बा'द मरने के मय-ए-इ’श्क़ की ख़ुश्बू महके

डाल दो ख़ाक मिरी क़ब्र पे मय-ख़ाने की

ख़ुदा का शुक्र है प्यासे को दरिया याद करता है

मुसाफ़िर ने फ़राहम कर लिया है कूच का सामाँ

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