लल दद्द के कश्मीरी संत काव्य
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
1320 - 1392 | जम्मू और कश्मीर, भारत
आठवीं सदी हिज्री में वादी-ए-कश्मीर की एक अ’जीब-ओ-ग़रीब शख़्सियत हैं
आठवीं सदी हिज्री में वादी-ए-कश्मीर की एक अ’जीब-ओ-ग़रीब शख़्सियत हैं