आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "meyar o tahqeeq 002 ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "meyar o tahqeeq 002 ebooks"
कलाम
करें क्या ग़ैर से तकरार वो ना-अहल-ओ-नादाँ हैजो आक़िल हैं व मुँह लगते नहीं बे-मग़्ज़-ओ-जाहिल के
औघट शाह वारसी
कलाम
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
हाँ ये क़ल्ब-ए-हसन की धड़कन ये ग़ुंचों की चटकरंग-ओ-बू शौक़-ओ-हया का अहद-ओ-पैमाँ कुछ नहीं
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
हुस्न-मह्व-ए-रंग-ओ-बू है इश्क़ ग़र्क़-ए-हाय-ओ-हूहर गुलिस्ताँ उस तरफ़ है हर बयाबाँ इस तरफ़
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
मोहब्बत जब हुई ग़ालिब नहीं छुपती छपाने सेफुगान-ओ-आह-ओ-नालः है तिरे आशिक़ का नक़्क़ारा
शाह तुराब अली क़लंदर काकोरवी
कलाम
मकीं बदले मकाँ बदला ज़मीं बदली ज़माँ बदलान बदले हुस्न-ओ-उल्फ़त हाँ ज़मीन-ओ-आसमाँ बदला
ज़हीन शाह ताजी
कलाम
मुर्शिद ओह सहेड़िये जेहड़ा दो जग ख़ुशी दिखावे हूपहले ग़म टुकड़े दा मेटे वत रब्ब दा राह सुझावे हू
हज़रत सुल्तान बाहू
कलाम
हर-चंद गुलिस्ताँ में गुल-अंदाम बहुत हैंख़ुश-क़द नहीं कोई सर्व-ओ-सनोबर के बराबर