आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "pahli kiran akhiri roshni ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "pahli kiran akhiri roshni ebooks"
अन्य परिणाम "pahli kiran akhiri roshni ebooks"
कलाम
हाफ़िज़ पढ़ पढ़ करन तकब्बर मुल्लाँ करन वडाई हूसावन माह दे बदलाँ वाँगूँ फिरन किताबाँ चाई हू ।
हज़रत सुल्तान बाहू
कलाम
करें आह-ओ-फ़ुग़ाँ फोड़ें-फफोले इस तरह दिल केइरादा है कि रोएँ ईद के दिन भी गले मिल के
औघट शाह वारसी
राग आधारित पद
ठुमरी - पी कारन सगरी पत खोइ
पहले दिल ले गए दिखला के फ़ुसूँ-गर आँखेंअब मिलाते नहीं अल्लाहु-अकबर आँखें
मुज़्तर ख़ैराबादी
ग़ज़ल
ये है मुख़्तसर फ़सानः मिरी ज़िंदगी का नासेहग़म-ए-आशिक़ी फ़क़त था ग़म-ए-दो-जहाँ से पहले
'अफ़क़र' वारसी
साखी
प्रेम का अंग - हम तुम्हरी सुमिरन करैं तुम मोहिं चितावौ नाहिं
हम तुम्हरी सुमिरन करैं तुम मोहिं चितावौ नाहिंसुमिरन मन की प्रीति है सो मन तुम्हीं माहिँ
कबीर
दोहा
उपदेश गुरू भक्ति का - अपना करि सेवन करैं तीन भाँति गुर देव
अपना करि सेवन करैं तीन भाँति गुर देवपंजा पच्छी कुंज मन कछुवा दृष्टि जु भेव
चरनदास जी
दोहा
उपदेश गुरू भक्ति का - दृष्टि पड़ै गुरूदेव की देखत करें निहाल
दृष्टि पड़ै गुरूदेव की देखत करें निहालऔरैं मति पलटैं तवै कागा होत मराल
चरनदास जी
ग़ज़ल
अब्दुलहादी काविश
दोहा
बलि बोई कीरति लता कर्ण करी द्वैपात
बलि बोई कीरति लता कर्ण करी द्वैपातसींची मान महीप ने जब देखी कुम्हिलात